जगरनॉट से प्रकाशित आपकी पसंदीदा किताबें अब हिंदी में भी उपलब्ध हैं!
26/11 को मुंबई पर हमले की रात एक बच्चे के अपहरण की रोंगटे खड़ी कर देने वाली कहानी सुनाता प्रियदर्शन का उपन्यास ज़िंदगी लाइव हो या फिर छात्र नेता कन्हैया कुमार के गरीबी में गुज़रे अपने बचपन से राजनीति का चर्चित चेहरा बनने के सफर को समेटती उनकी आत्मकथा बिहार से तिहाड़ – यहां आपको हिंदी में लिखी जा रही बेहतरीन किताबों का एक रोचक और अनोखा संकलन मिलेगा, जिसे आप एक बार हाथ में लेने के बाद उसे छोड़ नहीं पाएंगे.
यही नहीं, यहां वो किताबें भी आप हिंदी में पा सकेंगे, जिनको अंग्रेजी और दूसरी भाषाओं के पाठकों ने पसंद किया और सराहा है. जैसे रुजुता दिवेकर का इंडियन सुपरफूड्स, अली अकबर नातिक का शाह मोहम्मद का तांगा, अरुंधति रॉय की बातें जो कही जा सकती हैं और नहीं कही जा सकतीं, रोहित वेमुला की ऑनलाइन डायरी जाति कोई अफवाह नहीं और ट्विंकल खन्ना के लक्ष्मी प्रसाद की अमर दास्तान सरीखे बेहतरीन और चुने हुए अनुवाद आपको मिलेंगे.
इन किताबों को आप देश भर में किताब की दुकानों और ऑनलाइन साइट्स से हासिल कर सकते हैं. जगरनॉट हिंदी बुक्स के डिजिटल संस्करण जल्दी ही जगरनॉट ऐप पर भी उपलब्ध होंगे.
Your favourite Juggernaut books are now available in Hindi across India!
From originals such as Zindagi Live!, a thrilling tale of an abduction on the night of 26/11 and From Bihar to Tihar, JNU student leader Kanhaiya Kumar’s evocative autobiography about his struggles against poverty, to translations of bestsellers such as Indian Superfoods and The Legend of Lakshmi Prasad, Juggernaut Hindi books are now available in bookstores and online stores across India.
Digital editions of the Juggernaut Hindi books will be coming to the Juggernaut app soon.
हमारी किताबें
ज़िंदगी लाइव: 26/11 की वह रात जो खत्म नहीं हुई
प्रियदर्शन
मुंबई 26/11 की रात. हर तरफ़ अफरा-तफरी का माहौल पसरा हुआ. वहीं दिल्ली में टीवी ऐंकर सुलभा और उनके रिपोर्टर पति विशाल काम की आपाधापी में अपने छोटे-से बेटे अभि को क्रेच से उठाना भूल जाते हैं. ये भूल बहुत भारी साबित होती है. उनका बेटा गुम हो जाता है और बाद में उसका अपहरण कर लिया जाता है. उसकी तलाश में वे बदहवास हो जाते हैं.
क्या अभि उन्हें मिल जाएगा या ये उनके जीवन के सबसे भयावह दिन होंगे?
बिहार से तिहाड़
कन्हैया कुमार
जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार फरवरी 2016 में राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिए गए. उन्हें तिहाड़ जेल में रखा गया और पटियाला हाउस कोर्ट में वकीलों ने उन्हें पीटा.
इस संकट से वे एक युवा राजनीतिक सितारा बन कर उभरे, जिसे बीबीसी ने भारत का एक ऐसा छात्र बताया, जिससे लोगों ने एक ही साथ सबसे ज्यादा प्यार भी किया और नफरत भी.
यह किताब बिहार के एक गांव के उनके बचपन से शुरू होकर दिल्ली में उन्हें अचानक सुर्खियों में आने तक की कहानी है, जिसमें जेल में बिताए गए उनके दिनों की दास्तान भी है.
बिहार से तिहाड़ दिलचस्प और मज़ेदार है और कन्हैया कुमार की हाजिरजवाबी से भरपूर है.
इंडियन सुपरफूड्स
रुजुता दिवेकर
अकाशिया के बीजों और गोजी बेरियों को भूल जाएं. तंदुरुस्ती और ताज़गी और वज़न कम करने के खाने हमारे अपने किचेन और आंगन में हैं. अफ्रोडिसियाक से लेकर प्रजनन क्षमता बढ़ाने तक, चर्बी कम करने से लेकर दिमाग को ठंडक पहुंचाने तक- शीर्ष आहार विशेषज्ञ रुजुता दिवेकर दस भारतीय सुपरफूड्स के ज़रिए बता रही हैं कि कैसे आप खुद का कायाकल्प कर सकते हैं.
रेखा: कैसी पहेली ज़िंदगानी
यासिर उस्मान
परिवार के ख़राब आर्थिक हालात में चौदह साल की, मोटे डील-डौल और गहरी रंगत वाली भानुरेखा बॉलीवुड आईं. कैसे वो फिल्म उद्योग की सबसे ग्लैमरस सेक्स सिंबल रेखा बनीं? कैसे उनके बेबाक रवैए और सेक्स पर खुले विचारों ने बॉलीवुड को हिलाया और कैसे इंडस्ट्री ने उन्हें कुचलने की कोशिश की?
यह किताब अपने वक़्त के सुपरस्टार के साथ उनके रिश्तों, उनकी दूसरी प्रेम कहानियों, उनके पति की खुदकुशी और अपनी मर्दाना चाल-ढाल वाली उनकी सेक्रेटरी फरज़ाना से उनके अजीबोगरीब रिश्ते की सच्ची दास्तान बयान करती है.
स्वीट ड्रीम्स
सनी लियोनी
सनी लियोनी भारत की सबसे ज़्यादा चाही जाने वाली और ग्लैमरस महिला हैं. कॉल सेंटर से लेकर नए साल की पार्टी तक और छोटे शहरों के प्यार से लेकर महानगरों के रोमांस तक, जोश और दिल्लगी से भरी उनकी दिलकश कहानियां आपकी ज़िंदगी को फिर से जादू से भर देंगी.
अम्मा
वासंती
तमिल फिल्मों की ग्लैमर गर्ल से लेकर सियासत की सरताज बनने तक जयललिता की कहानी एक महिला की ऐसी नाटकीय कहानी है जो अपमान, कैद और राजनीतिक पराजयों से उबर कर बार-बार उठ खड़ी होती है और मर्दों के दबदबे वाली तमिलनाडु की राजनीतिक संस्कृति को चुनौती देते हुए चार बार राज्य की मुख्यमंत्री बनती है.
बातें जो कही जा सकती हैं और नहीं कही जा सकतीं
अरुंधति रॉय व जॉन क्यूज़ैक
अरुंधति रॉय 2014 की सर्दियों में एडवर्ड स्नोडेन से मिलीं. उनके साथ में थे अभिनेता और लेखक जॉन क्यूज़ेक और डेनियल एल्सबर्ग, जिन्हें 60 के दशक का स्नोडेन कहा जाता है. उनकी बातचीत में शामिल थे हमारे वक्त के सभी बड़े विषय – राज्य की प्रकृति, एक बेमियादी जंग के दौर में खुफिया निगरानी, और देशभक्ति का मतलब. यह गैरमामूली, ताकतवर किताब बेचैन भी करती है और उकसाती भी है.
भारत vs पाकिस्तान: हम क्यों दोस्त नहीं हो सकते?
हुसैन हक़्क़ानी
वह कौन सी चीज़ है जो भारत और पाकिस्तान को दोस्त बनने से रोकती है? चार पाकिस्तानी प्रधानमंत्रियों के सलाहकार रहे हुसैन हक़्क़ानी इस उकसाने वाली और गहराई से विश्लेषण करने वाली किताब में इस रिश्ते की अहम गांठों- कश्मीर, आतंकवाद और परमाणु बम-पर एक बारीक नज़र डालते हैं.
वे हमें बताते हैं कि कहां दोनों पक्ष गलत रहे हैं. लेकिन दिलचस्प रहस्योद्घाटनों और किस्सों से भरी इस किताब में उनका कहना है कि भारत को लेकर पाकिस्तान की सनक ही दोनों देशों की समस्याओं के केंद्र में है.
लक्ष्मी प्रसाद की अमर दास्तान
ट्विंकल खन्ना
एक दुबली और लंबी सी लड़की पूरे गांव को बदल देती है. अड़सठ साल की बूढ़ी नोनी आपा एक शादीशुदा आदमी की ओर आकर्षित हैं और सोचती हैं कि रिश्तों को परिभाषित करना ज़रूरी क्यों है. बबलू केवट का परिवार आतंकित है कि उसपर सेनिटरी नैपकिन्स का जुनून सवार है और पांच शादियां करनेवाली एक नौजवान लड़की अपनी हरेक शादी के मंसूबे बनाते वक्त मौसम की भविष्यवाणियों पर नज़र रखती है. इस मज़ेदार, बारीक निगाहों वाली और समझदार क़िस्सागोई से आप खुद को दूर नहीं रख सकेंगे.
जाति कोई अफ़वाह नहीं
रोहित वेमुला
रोहित वेमुला एक शानदार लेखक थे और उनका लेखन आधुनिक भारत में जाति की पीड़ादायक हक़ीक़त को बयान करता है. 17 जनवरी 2016 को खुदकुशी कर लेने वाले रोहित ने फेसबुक पर आठ साल के अपने लेखन के दौरान गाज़ा से लेकर गाज़ियाबाद तक, शायद ही कोई मुद्दा हो जिस पर टिप्पणी नहीं की हो. जाति से लेकर गाय की राजनीति तक पर लिखी गई पोस्टों में वे एक गज़ब की काव्यात्मक भाषा और रेडिकल नज़रिए के साथ अपनी बात कहते हैं, जिसमें ताज़गी है, मुद्दों को सुलझाने की एक ज़िद है और सवाल करने का अपार साहस है.
शाह मोहम्मद का तांगा
अली अकबर नातिक़
सतलुज में बाढ़ आई है और गांव ख़ाली हो गया है. क्या मदद का इंतज़ार करते बेसहारा क़ायम दीन को बचाने कोई आएगा या वो डूब जाएगा? तांगे वाला शाह मोहम्मद मोटर गाड़ियों की फंतासी में जीता था, लेकिन क्या हुआ जब फंतासी से निकल कर मोटर गाड़ियां उसके रास्ते में आ खड़ी हुईं?
इन कहानियों में कोई भी एक आदर्श किरदार नहीं है. दबे-कुचले तबकों से आने वाले इन किरदारों में अच्छाइयां भी हैं और बुराइयां भी. वे एक दूसरे से प्यार भी करते हैं और किसी की जान भी ले सकते हैं. अपनी सादगी में ये कहानियां प्रेमचंद के करीब हैं तो अपने कसैलेपन में मंटो की याद दिलाती हैं. नातिक़ अपनी इस शोहरत पर खरे उतरे हैं कि वे पाकिस्तानी अदब की दुनिया के सबसे चमकदार सितारे हैं.